जब जज को नहीं मिल रहा न्याय, तो आम आदमी को न्याय कैसे मिलेगा

न्यायपालिका का भरोसा टूटा......

ज़ब न्याय के मन्दिर के देवता को न्याय मिलना दुर्लभ हो गया है तो क्या आम लोगों को न्याय मिलना संभव है? सुल्तानपुर की दीवानी न्यायालय में एडीजे प्रथम के पद पर तैनात मनोज शुक्ला को अपनी पैतृक जमीन बचाने के लिए जे सी बी के सामने लेटना पड़ा। ज़ब एक जज को न्याय नहीं मिल पा रहा तो आप खुद सोच सकते हैं कि आम लोगों का क्या हाल होगा।बड़ी शर्म की बात यह है कि न्यायधीस की क़ानून नहीं मदद कर पा रहा है तो जनता का क्या होगा आप खुद सोच सकते हैं। भ्रष्ट हो गया है.कानून का राज्य।

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