बेहद फायदेमंद है लाल भिंडी की खेती, दस हजार रुपए लगाकर करें लाखों में कमाई

लाल रंग की भिंडी एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन और कैल्शियम सहित अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है. इसके सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल को रोकने में मदद मिलेगी. अभी तक इस तरह की भिंडी केवल यूरोपीय देशों में ही उगाई जा रही थी, लेकिन अब इसकी खेती पूर्वांचल में भी हो सकेगी|

पोषक तत्वों से भरपूर है लाल भिंडी

लाल रंग की भिंडी एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन और कैल्शियम सहित अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है. एंटी ऑक्सीडेंट तत्व इसे हार्ट हेल्थ के लए उपयोगी बना रहे हैं. इसके सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल को रोकने में मदद मिलेगी. अभी तक इस तरह की भिंडी केवल यूरोपीय देशों में ही उगाई जा रही थी, लेकिन अब इसकी खेती पूर्वांचल में भी हो सकेगी.

शबला सेवा संस्थान के संस्थापक अविनाश कुमार औषधीय पौधों की खेती करते हैं. करीब सात राज्यों में बीस हजार से अधिक किसान संस्था से जुड़कर औषधीय पौधों की जैविक खेती और पारंपरिक प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. अविनाश का कहना है कि उन्होंने करीब 114 प्रकार के सब्जियों के देसी बीज का संग्रह किया है. कुछ देसी बीज के संग्रह के लिए नेपाल भी जाना पड़ा है. देश के विभिन्न राज्यों के भ्रमण के बाद इन बीजों का संग्रह संभव हो सका है. संस्था के अध्यक्ष किरण यादव का कहना है कि संस्था देसी बीज बैंक के माध्यम से किसान को नि:शुल्क बीज वितरण करेगी. इससे लागत में कमी होगी.

एक एकड़ खेती में कितनी आएगी लागत

भिंडी के लिये गर्म व नम वातावरण बेहतर माना जाता है. यह फसल गर्मी और खरीफ, दोनों ही मौसमों में उगाई जाती है. भिंडी की बुवाई फरवरी से अगस्त तक की जाती है. उनका कहना है कि लाल भिंडी की एक एकड़ में खेती की जाए तो इस पर करीब 10 हजार रुपए का खर्च आएगा.

कितनी हो सकती है कमाई

अविनाश का कहना है कि भिंडी की खेती से किसान कम लागत में कम से कम 50 हजार रुपए कमा लेते हैं. अगर लाल भिंडी की खेती की जाए तो इसके जरिए वो 1 लाख रुपए से अधिक कमाई कर सकते हैं. क्योंकि लाल भिंडी का बाजार भाव हरी भिंडी की तुलना में अधिक है.

 

Related Articles