जनपद में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव/रोकथाम हेतु किये गये प्रयासों की रिपोर्ट-डीएम
सुलतानपुर 24 अगस्त/जिलाधिकारी सी0 इन्दुमती ने बताया कि वर्तमान में नोबेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव/रोकथाम हेतु मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम मे सम्पूर्ण जनपद (नगरीय व ग्रामीण) क्षेत्र में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर नगरीय क्षेत्र के लिये 312 व ग्रामीण क्षेत्र के लिये 5000 सर्विलांस टीम गठित कर नगरीय क्षेत्र के 56 वार्ड एवं ग्रामीण क्षेत्र के 986 ग्राम पंचायते एंव 1741 राजस्व ग्रामों मे 24X7 अवधि के लिये क्रियाशील की गयी है। एक टीम लगातार तीन दिवस कार्य करने के पश्चात् विश्राम पर जाती है तथा उसके बाद अगली टीम अगले तीन दिन के लिये क्रियाशील हो जाती है। इन टीमो के माध्यम से नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र में अब तक कुल 20169 कोविड-19 के लाक्षणिक व को-आरविट व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी सैम्पलिंग करायी जा रही है। इसके अतिरिक्त सम्पूर्ण जनपद मे कम से कम 05 बार डोर-टू-डोर सर्वे कराया जा चुका है तथा डोर-टू-डोर सर्वे की प्रक्रिया निरन्तर जारी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि होम आइसोलेशन पर निगरानी के लिये कुल 28 रैपिड रेस्पांस टीम एंव 245 ए०एन०एम० तैनात किये गये हैं तथा उन्हे कोविड संक्रमित व्यक्तियों की जाँच के लिये विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। प्रत्येक रैपिड रेस्पांस टीम एवं ए०एन०एम० को एक इन्फ्रारेड थर्मामीटर व एक पल्स ऑक्सीमीटर प्रदान किया गया है। रैपिड रेस्पांस टीम का मुख्य दायित्व यह है कि कोविड संक्रमित व्यक्तियों का विस्तृत स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत यह सुनिश्चित करना होता है कि कोविड संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन पर रखा जायेगा अथवा एल0-1 सी०सी०सी० हास्पिटल या एल0-2 या एल०-3 मे दाखिल कराया जाय तथा तैनात ए०एन०एम० द्वारा समस्त होम आइसोलेशन पर रखे गये व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जानकारी प्रतिदिन लेकर रैपिड रेस्पांस टीम को एवं सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी को सूचित करती है। इसके अतिरिक्त रैपिड रेस्पांस टीम द्वारा आईवर मैक्टीन और एस०सी०क्यू०एस० दवा मरीजों एंव उसके परिजनों को दी जा रही है। इन रैपिड रेस्पांस
टीमो के लिये 28 वाहन लगाये गये है तथा इस कार्यक्रम के सुचारू रूप से संचालन हेतु 15 और वाहनो की मॉग की गयी है। जनपद मे करोना वारियर्स के कुल 27 टीमो का गठन किया गया है । प्रत्येक टीम मे एक उप निरीक्षक तथा दो आरक्षी तैनात है जो आवश्यकता पड़ने पर सभी चिकित्सीय टीमों का सहयोग करते हैं तथा कोविड संक्रमित व्यक्तियों की निगरानी यथा सम्भव करते हैं। उन्होंने बताया कि महामारी अधिनियम के अन्तर्गत अब तक कुल 619 एफ0आई0आर0 तथा 1577 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गयी है।
उन्होंने बताया कि शासनादेश संख्या-1511/पांच-5-2020 दिनांक 18 जुलाई, 2020 के अनुपालन में कलेक्ट्रेट इन्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर की स्थापना की गयी हैं, जिसमे 12 विभागां के कर्मचारियां की तैनाती तीन शिफ्ट में 24X7 अवधि के लिये की गयी है, जिसका दूरभाष संख्या 05362-220189, 05362-220654, 05362-220203 है, जिसके नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी (वित्त एंव राजस्व) तथा तीन सहायक नोडल अधिकारी बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि इन्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर से प्रत्येक दिवस एल0-1 हास्पिटल में भर्ती मरीजां से वार्ता कर उनके स्वास्थ्य के बारे मे जानकारी, होम आइसोलेशन मे रखे गये एंव पाजिटिव आये मरीजों से वार्ता कर उनके स्वास्थ्य के विषय मे जानकारी की जाती है। तद्नुसार सम्बन्धित अधिकारी को कार्यवाही हेतु अवगत कराया जाता है। इसके अतिरिक्त कोविड हास्पिटल में सी0सी0टी0वी0 कैमरा के माध्यम से इन्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर मे तैनात कर्मियों द्वारा निरन्तर मरीजों पर निगरानी रखी जाती है। जनपद में एम्बुलेंस 108 की संख्या 33 है, जिसमें से 17 एम्बुलेंस व जनपद में उपलब्ध 4 ए0एल0एस0 में से 02 कोविड संक्रमित मरीजों के लिये सुरक्षित की गयी है, जिसकी सूची इन्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर एंव आई0डी0एस0पी0 में उपलब्ध रहती है। आवश्यकतानुसार एम्बुलेंस का डिप्लायमेन्ट इन्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर व आई0डी0एस0पी0 द्वारा किया जाता है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद मे अब तक कुल 357 कन्टेनमेन्ट जोन निर्मित किये जा चुके हैं, जिसमें से 181 डि-एक्टीवेट कर दिये गये हैं। वर्तमान में 176 कन्टेनमेन्ट जोन क्रियाशील है। इसी प्रकार अब तक कुल 05 हाट स्पाट घोषित किये गये हैं, 02 हाट स्पाट डि-एक्टीवेट कर दिये गये है, तीन हाट स्पाट क्रियाशील हैं। कन्टेनमेन्ट जोन एंव हाट स्पाट जोन मे आवश्यक सामग्रियों को डोर स्टेप डिलेवरी के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है। कन्टेनमेन्ट जोन/हाट स्पाट जोन का निर्माण शासन द्वारा निर्गत निर्देशां के अनुरूप 100 मीटर/200 मीटर की परिधि में बनाया गया है। कन्टेनमेन्ट/हाट स्पाट के चिन्हीकरण का मुख्य दायित्व मुख्य राजस्व अधिकारी का है तथा सम्बन्धित उप जिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी द्वारा इन क्षेत्रों में भारत सरकार द्वारा निर्गत गाइड लाइन्स का पालन कराने का दायित्व दिया गया है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा आर0टी0-पी0सी0आर0 का लक्ष्य 540 व एन्टीजेन टेस्ट का लक्ष्य 1000 निर्धारित किया गया है। लक्ष्य की पूर्ति हेतु 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला चिकित्सालय पुरूष, जिला महिला चिकित्सालय, ट्रामा सेन्टर तथा दो स्टैटिक बूथ क्रमशः प्राइमरी पाठशाला डिहवा, संगम लाल पूर्व माध्यमिक विद्यालय करौंदिया को निर्धारित किया गया है, जहाँ प्रतिदिन आर0टी0-पी0सी0आर0 तथा एन्टीजेन द्वारा टेस्टिंग करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि आर0टी0-पी0सी0आर0 टेस्टिंग के लिये चार मेडिकल मोबाइल वैन लगायी गयी है तथा जिला चिकित्सालय मे टूनाट टेस्टिंग की व्यवस्था है। इन सबके माध्यम से अब तक कुल 51,526 सैम्पल लिये गये हैं, जिसके सापेक्ष 49,772 परिणाम प्राप्त हो चुके हैं तथा 1754 परिणाम प्राप्त होना शेष है। अब तक प्राप्त परिणामों से 1783 व्यक्ति कोविड संक्रमित पाये गये हैं तथा 1416 कोविड संक्रमित व्यक्ति उपचारित किये जा चुके हैं। वर्तमान मे जनपद मे कुल 337 कोविड संक्रमित व्यक्ति हैं, जिन पर निगरानी रखते हुये चिकित्सीय व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद सुलतानपुर मे अन्त्योदय/मनरेगा मजदूरों/श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों तथा शहरी क्षेत्रों में घुमन्तू प्रकृति के श्रमिकों को डी0बी0टी0 के माध्यम से 25716 व्यक्तियों को कुल 1000/- प्रति व्यक्ति की दर से 257.16 लाख रूपये उनके खातां मे अन्तरित किया जा चुका है तथा लाकडाउन के दौरान 5846 व्यक्तियों को साप्ताहिक राशन किट व प्रवासी श्रमिकों को 15 दिवस के लिये राशन किट 55107 परिवारों को प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जनपद मे संचालित 127 सामुदायिक रसोई के माध्यम से 7143364 फूड पैकेट का वितरण निराश्रित असहाय व्यक्तियों के मध्य किया गया तथा जनपद में लाकडाउन के
दौरान आये हुये प्रवासी श्रमिकों में से 16835 श्रमिकां को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है।
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