अस्पताल गेट पर प्रसूता ने बच्चे को दिया जन्म
24 घंटे से पूर्व ही प्रसूता को अस्पताल से किया गया डिस्चार्ज
रात्रि ड्यूटी पर नही मौजूद था कोई विशेषज्ञ चिकित्सक
सुल्तानपुर / लंभुआ –
लंभुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के महिला विंग में कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगा है। सोमवार की रात लगभग 2 बजे लंभुआ क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव की प्रसूता रीता को प्रसव के लिए लंभुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहाँ पर मौजूद नर्स के द्वारा खून की कमी का हवाला देकर प्रसूता को जिला अस्पताल रेफर किया गया, अस्पताल के बाहर आते ही महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में रात को प्रसव के दौरान कोई विशेषज्ञ चिकित्सक भी मौजूद नही था। परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने पहले नॉर्मल डिलिवरी होने का आश्वासन दिया लेकिन कुछ देर बाद रेफर कर दिया जबकि बच्चा होने ही वाला था और बाहर पहुँचने पर एक बच्चे का जन्म हुआ। हालाँकि ईश्वर की कृपा से जच्चा - बच्चा दोनो स्वस्थ्य हैं। इस घटना से परिजनों में काफी आक्रोश है। परिजनों का कहना है कि लंभुआ का अस्पताल राम भरोसे चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिना 24 घंटे पूरे हुए अस्पताल के कर्मियों ने महिला को छुट्टी भी दे दी। अब सवाल ये उठता है कि क्या सरकार के निर्देश और सरकारी अस्पताल में सुरक्षित प्रसव सिर्फ कागजी फरमान मात्र है? यदि प्रसूता अथवा नवजात के साथ कोई अनहोनी हो जाती तो जिम्मेदार कौन होता। इस घटना से क्षेत्र के लोगो में भी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे स्टाफ नर्स से नाम पूछने पर उन्होंने अपना नाम एस डी खान बताया जबकि एस सी खान लंभुआ सीएचसी के अधीक्षक हैं और महिला का नाम सोनी है।